6 बार रह चुके हैं हिमाचल के सीएम और दाे बार केंद्र सरकार में मंत्री
साेलन जिला में वीरभद्र सिंह ने की बड़ी बात, कांग्रेस में गद्दाराें की कमी नहीं
पिछले 59 वर्षाें से हिमाचल और केंद्र में राजनीति करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने अब चुनावी राजनीति काे अलविदा कह दिया है। साेलन जिला के कुनिहार में वीरभद्र सिंह ने यह बड़ी बात कह दी। वर्ष 1962 से लेकर लगातार पाॅलिटिक्स करने वाले वीरभद्र सिंह ने ऐलान कर दिया कि अब वह काेई भी चुनाव नहीं लड़ेंगे, लेकिन पार्टी के लिए हमेशा काम करते रहेंगे।
उन्होंने साफ कहा कि कांग्रेस में कई ऐसे भी नेता हैं जाे गद्दार की भूमिका निभा रहे हैं। उन्हाेंने कहा कि ऐसे कुछ नेता खुद काे कांग्रेसी बताते हैं और कांग्रेस के लाेगाें काे हराने पर बाहर हाे जाते हैं। वीरभद्र सिंह ने कहा कि ऐसे नेताओं काे समय रहते बाहर निकलना पड़ेगा। उन्हाेंने कहा कि मैं कांग्रेसी था, कांग्रेसी हूं, कांग्रेसी ही रहूंगा। उन्होंने कहा कि कुछ लोद बनते हैं कांग्रेसी और अपने स्वार्थ के लिए कांग्रेस को हराते हैं। एक गद्दार आगे चल कर गद्दारों की फौज पैदा करेगा। इसलिए गद्दारों से प्रार्थना है कि आपको कांग्रेस में नहीं रहना है तो छोड़कर चले जाएं। कांग्रेस में रहकर जो पार्टी की पीठ पर छूरा मार रहे हैं, उनका कांग्रेस में कोई स्थान नहीं है। इससे अच्छा नए लोग आएं। गाैलतलब है कि वीरभद्र सिंह 6 बार हिमाचल के मुख्यमंत्री और दाे बार केंद्र में मंत्री पद पर रहे चुके हैं। वे 1962, 1967, 1971, 1980 और 2009 में लाेकसभा सदस्य जीत चुके हैं।
वर्तमान में वीरभद्र सिंह अर्की विधान सभा से विधान सभा सदस्य है l