शिमला: जिला वाटरशैड विकास अभिकरण के माध्यम से जिला में जहां भूमि के उपचार, सम्बद्धन और विकास के लिए अनेक कार्यक्रम चलाए जा रहे है वहीं उत्पादन कार्यक्रम के तहत किसानों को न केवल अच्छे उन्नत किस्म बीज उपलब्ध करवाएं जा रहे है बलिक खाद भी उपलब्ध भी उपलब्ध करवार्इ जा रही है।
अभिकरण द्वारा ठियोग क्षेत्र के ग्राम पंचायत टिक्कर में इस कार्यक्रम के तहत किसानों को जोड़ा गया । इस पंचायत में 6 बीघा क्षेत्र में उड़द की खेती के लिए 12 किसानों को अच्छी टी-9 किस्म के उड़द के बीज उपलब्ध करवाएं गए जिसे किसानों ने अपनी भूमि पर बोया।
परियोजना निदेशक, जिला वाटरशैड विकास अभिकरण सुरेन्द्र राठौर ने बताया कि इस गांव के 12 किसानों को 10 : 26 : 26 खाद और उड़द के बीज उपलब्ध करवाए गए उन्हें इसे बोने के सही समय और देखभाल की जानकारी भी दी गई।
बटाड़ी के किसान नोखू राम ने बताया कि पहले वह स्थानीय किस्म की उड़द बोया करते थे जिससे कम उत्पादन होता था परन्तु टी-9 किस्म की उड़द होने से उड़द की फसल में दोगूनी वृद्धी हुर्इ है । उन्होंने कहा कि इस किस्म के लगने से किसानों को लाभ भी हुआ है और वे लोग अच्छी किस्में लगाने के प्रति प्रोत्साहित भी हुए है।