शिमला: स्वास्थ्य विभाग द्वारा ग्रामीण स्तर स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के उददेश्य से शिमला जिला में प्रशिक्षित 469 कार्यकर्ताओं को जल्दी ही कार्य करने का करने का अवसर प्रदान किया जाएगा । राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत जिला में आशा कार्यकर्ताओं की नियुक्त के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त दिनेश मल्होत्रा ने यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि नियुक्त किए जाने वाले कार्यकर्ता सभी अनिर्वायताओं को पूरा करते हों तभी उन्हें कार्य करने का अवसर प्रदान किया जाएगा । जिला शिमला के चिड़गांव, रोहडू के टिक्कर व कोटखाई में अभी तक आशा कार्यकर्ताओं की चयन प्रकि्रया नही हो पार्इ है । उन्होने इस कार्य के लिए ग्रामसभा की विशेष बैठक के आयोजन करने के निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि मण्डल स्तर के अधिकारी उन बैठकों में जा कर इस सम्बन्ध में जागरूक करे व आशा वर्करों के चयन के लिए आवश्यक सुझाव भी दे । उन्होंने बताया कि यह प्रकि्रया 15 दिसम्बर से पूरी की जाएगी ।

उन्होंने बताया कि आशा कार्यकर्ताओं के लिए ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं जिनकी उम्र 25 से 45 वर्ष की हो को चयनित किया जाता है । आशा वर्कर के चयन के लिए बोलचाल में निपुणता, नेतृत्व की क्षमता तथा लोगों से सम्पर्क बढ़ाने की दक्षता होनी आवश्यक है । आशा वर्कर कम से कम आठवीं कक्षा तक पढ़ी हो । इस कार्य के लिए उपयुक्त महिला न मिलने पर शैक्षणिक योग्यता व उम्र की योग्यता को कम भी किया जा सकता है । उन्होंने बताया कि 800 की जनसंख्या पर एक वर्कर की नियुक्त की जाएगी ।