किसानों, बागवानों के क्रेडिट कार्ड से लिये गए कर्ज को माफ करें सरकार: राठौर
शिमला: कांग्रेस ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया है कि वह महंगाई पर काबू पाने में पूरी तरह से असफल रही और कोरोना काल में जंहा आम लोगों का काम धंधा ठप रहा वहीँ प्रदेश सरकार उन्हें रहत देने के विपरीत उनपर महंगाई थोप कर अपनी तिजोरी भरने में लगी है। पहले बिजली,पानी मंहगा किया, फिर बस किराए बढ़ाए। अब अस्पतालों में टेस्ट की दरें बढ़ा कर एक और जनविरोधी निर्णय सरकार ने लिया है।
कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने कहा है कि सरकार ने इस कोरोना काल मे कोई भी राहत लोगों को नही दी है। उन्होंने कहा कि पिछले सात महीनों से प्रदेश में सभी प्रकार के काम धंधे बन्द पड़े है। बेरोजगारी का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। ऐसे में लोगों को राहत देने की जगह उन्हें मंहगाई परोसी जा रही है।
राठौर ने अस्पतालों में बीमारियों में टेस्ट के रेट बढ़ाने की आलोचना करते हुए इसे वापिस लेने की मांग सरकार से की है। उन्होंने प्रदेश में सीमेंट के मूल्यों में बढ़ोतरी पर भी आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा है कि सीमेंट कंपनियों की लूट धसूट नही चलने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार सीमेंट कंपनियों के दबाब में इनके मूल्यों को बढ़ा रही है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश में बनने वाला सीमेंट अन्य राज्यों में सस्ता और यहां महंगा, प्रदेश के साथ एक बड़ा अन्याय है।उन्होंने कहा है कि इसे किसी भी स्तर पर सहन नही किया जा सकता।
राठौर ने किसानों बागवानों के कृषि क्रेडिट कार्ड पर चक्रबृद्धि व्याज बसूलने पर भी कड़ा एतराज जताया है। उन्होंने कहा है कि एक तरफ भारत सरकार बड़े बड़े उद्योगपतियों को उनके कर्ज पर अनेक राहते दे रही है वहीं दूसरी तरफ किसानों,बागवानों के साथ साथ छोटे कारोबारियों से जोर शोर से अपनी लोन बसूली कर रही है। उन्होंने कहा कि देश मे किसानों,बागवानों के साथ अन्याय सहन नही होगा। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि इस कोविड 19 के दौरान प्रदेश में किसानों, बागवानों के क्रेडिट कार्ड से लिये गए कर्ज को माफ किया जाए।