हिमाचल लोकहित पार्टी ने अवेध फ़ोन टैपिंग मामले में पूर्व सरकार की निंदा की है और कहा है की यह न केवल नैतिक जिम्मेदारिओं के विरुद्ध थी बल्कि व्यक्ति की गोपनीयता का भी सीधा हनन हैl पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष महेश्वर सिंह, पूर्व विधायक खुशीराम, प्रदेश उपाध्यक्ष दुलो राम एवं कर्म देव धर्माणी, बाबु लाल मंदयाल और टिक्कू ठाकुर ने कहा की आज़ादी के बाद देश के किसी भी प्रांत में इस तरह की बड़े पैमाने पर फ़ोन टैपिंग का ये पहला मामला हैl
हिलोपा नेताओं ने कहा की इस फ़ोन टैपिंग में धूमल सरकार ने अपने राजनैतिक विरोधिओं के साथ साथ पत्रकार, प्रशासनिक सेवा अधिकारिओं, उद्योगपतिओं, ठेकेदारों व् बड़े व्यापारिओं के फ़ोन टेप करवाए थेl हिलोपा ने इस घटना की निंदा करते हुआ विस्तृत जाँच करवाने की मांग की हैl
हिलोपा नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री के उस व्यान पर जवाब माँगा है जिसमे उन्होंने कहा था की पुलिस राष्ट्र और समाज के विरुद्ध काम करने वालों का का फ़ोन टेप करने का अधिकार रखती हैl हिलोपा ने पूछा है की फ़ोन टैपिंग मामले में सामने आये 789 नंबर जो की टेप किये गए थे किस तरह की राष्ट्र विरोधी गतिविधिओं में संलिप्त थेl हिलोपा में दावा किया की मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शांता कुमार के फ़ोन नंबर भी टेप किये गए थे और प्रेम कुमार धूमल से पुछा की क्या ये दोनों नेता भी राष्ट्र विरोधी गतिविधिओं में शामिल थे?
हिलोपा ने कहा की किसी भी लोकतान्त्रिक प्रशासन ने हर व्यक्ति का फ़ोन टेप करना उसके निजी जीवन में दखल देना हैl हिलोपा ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के उस बयान की भी निंदा की है जिसमे उन्होंने फ़ोन टैपिंग की जानकारी से इनकार किया थाl हिलोपा नेताओं ने कहा है की इस तरह के बयान का मतलब अपनी जिमेदारी से मुंह मोड़ना है क्योंकि मुख्यमंत्री के पास गृह मंत्रालय था और पुलिस द्वारा फ़ोन टैपिंग का तांडव उनकी मर्ज़ी के बिना नहीं हो सकताl
हिलोपा ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से मांग की है की इस सारे मामले में तुरंत आपराधिक मामला दर्ज किया जाये तथा अवेध फ़ोन टैपिंग से जुड़े षड्यंत्र की पूरी जाँच की जाये और रिपोर्ट में जिन लोगो के नाम है उन्हें तुरंत सार्वजनिक किया जायेl