(दीपक सुन्द्रियाल) हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने अपने 24 पार्टी के बागियों को संगटन से बहार का रास्ता दिखा दिया है | 2012 विधान सभा चुनाव में पार्टी उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ना और भीतर घात करना अब महंगा सौदा होने वाला है ऐसी अटक्ले पार्टी अध्यक्षः के बदलने के बाद ही लगने लगी थी | कांग्रेस आला कमान का विश्वास जीत दिगाजों को चित कर ठाकुर सुक्विंदर सिंह सुखु ने आते ही आपने तेवर दिखा दिए थे |

अनुशाशन के मामले में सकत सुक्विंदर सिंह सुखु ने अपने पहली ही बैठक में इरादे साफ कर दिए थे | संघटन को नई उर्जा से रिचार्ज करने के बाद पहला काम भीतर घतियो का सफाया करना ही था | जो आशंका जताई जा रही थी वही हुआ भी | सुक्विंदर सिंह सुखु ने बताया की निष्काशन संघटन के सविधान के तहत किया गया है | आर्टिकल नबर १९(एफ ) -४ बरिच ऑफ डिसिप्लिन के चलते फ़िलहाल 24 बागियों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया है|

निकले गए नेताओ में चम्बा से राज सिंह् ठाकुर ,डलहोजी से सुरेंदर ठाकुर , इनदौरा से मलेंदर राजन(एस.सी ) , फतेपुर से पंकज , देहरा से योग राज , लाहुल स्पीति से बलदेव जोलिग़ , मनाली से धर्मवीर धामी , कुल्लू से इश्वर दास , अन्नी से केहर सिंह (एस.सी ) , द्रंग से कपिल देव , करसोग से मस्त राम (एस.सी ) ,जोगिन्दर नगर से जगदीश , बल्ह से सकुन्तला कश्यप और पुरसोतम (एस.सी ) , गगरेट से राम जसवाल ,कुठेर से महेंदर , झंन्दुता से विजय कौशल(एस.सी ) , घुमारवीं से कश्मीर सिंह व नन्द लाल , बिलासपुर से के.डी .लखनपाल , अर्की से अमर चंद पाल , दूंन से परमजीत पम्मी , रोहरू से बद्री परसाद (एस.सी ) | इसके साथ ही प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने उन्न्ना ,बरमाना ,सिराज पोंटा साहिब की ब्लक कमिटियों को भी भंग कर दिया है | निष्काशन की तलवार कुछ कार्यकर्त्ता पर भी गिरी है रामेश्वर राम ,शिला और कृष्ण करसोग से , मंडी से देवेंदर शर्मा और तोष कुमार , सरकाघाट से विजय चौहान और संदीप शर्मा , मनाली से देवेंदर
नेगी ,प्रेम शर्मा , नवीन तंवर , और अनुराग प्रार्थी , नादौन से शम्मी सोनी ,नालागढ से बग्गा राम, पछाद (सिरमौर ) से नित्यानंद सेवाल और अर्की से युवा कांग्रेस नेता संजय ठाकुर को भी निष्कासित कर दिया गया है|

ठाकुर सुक्विंदर सिंह ने कहा की सभी नेताओ को अनुशासनहीनता के चलते ही निकला गया है और संघटन में अनुशासनहीनता के लिए कोई स्थान नहीं है , अभी निष्काषित लोगो की संख्या बढ सकती है अभी कुछ बलाक कमेटियों से रिपोर्ट आना बाकि है|

निष्काशन पर जहाँ एक और कार्यकर्त्ता में अफरातफरी का माहौल है वहीँ कुछ दबी जुबान में पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़ जीतने वाले उम्मीदवारों के पार्टी में लेने पर भी सवाल खड़े कर रहे है | यदि हराने वालो उम्मीदवारों पर अनुशासन लागु होता है तों जीतने वालो को अलग तराजू पे तोलना कहाँ तक सही है | नव-नयुक्त अध्यक्ष को यदि सरकार व संगटन में समजस्य बिठाना है तों कुछ कड़वे फेसले लेने होंगे | दिल्ली में संगटन का रुतबा सरकार पर नकेल डाले है क्या प्रदेश संगटन भी बेबाक फेसले ले पायेगा ? ठाकुर सुक्विंदर सिंह तेज तरार युवा तुर्क माने जाते है | देखना ये होगा की राहुल गाँधी की सोच संघटन में क्या बदलाव लाती है | ठाकुर सुक्विंदर सिंह ने अपनी इंट्री के साथ ही कई महवपूर्ण बदलाव के संकेत दे दिए है जो उनके एक मझे हुए राजनीतिज्ञ होने का इशारा करते है संगटन में उनकी पकड काफी बेहतर नजर आ रही है एक दो दबंग फेसले युवा तुर्क को यूथ ब्रिगेड का हीरो बना सकते है उनके पास मौका भी है और दस्तूर भी |