पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल ने तेल मार्केटिंग कम्पनिओं को डीजल के दाम बढाने की अनुमती देने के यूपीए सरकार के फेसलें की कड़ी आलोचना कीl धूमल ने इस निर्णय को तुरंत वापिस लेने की मांग करते हुए कहा की इससे महंगाई पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगाl धूमल ने कहा की आम जनता पहले ही महंगाई की मार से त्रस्त है और ऐसे में डीजल के दामों में वृदि जनता की कमर तोड़ने का काम करेगीl

नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया की केंद्र सरकार को आम जनता के हितों से कोई लेना देना नहीं है वह केवल तेल कम्पनिओं और बड़े बड़े आद्योगिक घरानों के हितों की रखवाली में जुटी हुई हैl डीजल के दामों को अनियंत्रित करके केंद्र की कांग्रेस सरकार ने एक खराब निर्णय लिया हैl पूर्व मुख्यमंत्री ने अंदेशा जताया की इससे अन्य चीजों की कीमतें बदनी शुरू हो जायेगीl क्योंकि डीजल पर ही परिवहन व् अन्य यातायात निर्भर करता है, के दामों में वृदि होगी जिसका असर सीधे सीधे ही आम जन पर पड़ेगाl डीजल की कीमतों में वृदि से कृषि उत्पादों से जुड़े पदार्थ भी महंगे होगे जिससे लगभग लगभग देश के 70 प्रतिशत लोगो प्रतिकूल असर पड़ेगाl धूमल ने अंदेशा जताया की इस तरह के आम जन विरोधी नीतिओं के चलते केंद्र सरकार बदती हुई मूल्य वृदि पर नियत्रण नहीं रख पाएगी जिसका भुगतान मध्यवर्गी लोगों को उठाना पड़ेगाl

भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा की सरकार को अपनी तेल मूल्य नीति की समीक्षा करने की ज़रूरत है और उसे आंशिक नियंत्रण हटाने के फेसले को तुरंत वापिस लेना चाहिएl

नेता प्रतिपक्ष ने घरेलु गैस की सीमा 6 से बढाकर 9 करने के फेसले को तमाशा बताया है और कहा की इस निर्णय से पहले लोगों को घरेलु इस्तेमाल के लिए असीमित गैस मिलती थी इससे प्रदेश के पर्यावरण की भी रक्षा हो रही थी परन्तु गैस सिलेंडरों की संख्या कम करने से प्रदेश के वनों पार निर्भरता पड़ेगी जिससे प्रदेश के पर्यावरण को भरी नुकसान पहुंचेगाl

धूमल ने कहा की हिमाचल प्रदेश के पर्यावरण का असर समूचे उतर भारत में पड़ता है और इसके चलते सरकार को पहाडी राज्यों के लिए सिलेंडरों की संख्या असीमित करनी चाहिएl