हाल ही में सम्पन हुए विधान सभा उपचुनाव में भाजपा को मिली करारी हार पर चुटकी लेते हुए जिला कांग्रेस कमेटी शिमला शहरी के प्रवक्ता दीपक सुन्द्रियाल ने कहा की कांग्रेस मुक्त अभियान की शुरवात अगर भाजपा की गुजरात में हार से हुई है तो अंजाम क्या होगा?
सुन्द्रियाल ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दावा किया की लोकसभा चुनावो के चार महीनो के भीतर ही भाजपा आपने जनाधार खो चुकी है। जिला शिमला कांग्रेस कमेटी प्रवक्ता ने कहा की उपचुनावों में जहाँ एक और मिडिया में ये कयास लगाये जा रहे थे की मोदी रथ पर सवार भाजपा कांग्रेस मुक्त भारत के अपने अभियान के चलते अप्रत्याशित जीत दर्ज करेगी वंही जनता ने सारे मिथ तोड़ते हुए भाजपा को सरे से नकार दिया है।
प्रवक्ता दीपक सुन्द्रियाल ने आरोप लगाया की भाजपा व्यापक भ्र्मक प्रचार के जरिये सत्ता में तो काबिज हो गए परन्तु जनता से किये गए वादो को पूरा करना तो दूर उन मुद्दो पर बात करने से भी कतराने लगी है। भाजपा के शीर्ष नेता उपचुनावों में हार की जिम्मेवारी लेने की बजाय इसे स्थानीय मुद्दो का असर बता अपना पल्ला झड़ने पर लगे है, यदि स्थानीय मुद्दो में भाजपा पिछड़ी है इस से ये बात तो सिद्ध होती है की भाजपा की आम जनता में पकड़ ख़तम हुई है । सुन्द्रियाल ने दावा किया की जिन मुद्दो को लेकर लोकसभा चुनाव में भाजपा को भारी जनादेश मिला था उन मुद्दो पर ही भाजपा के शीर्ष नेताओ की विफलता के चलते 100 दिन के भीतर ही जनता का भाजपा से मोह भंग हो गया है।
सुन्द्रियाल ने कहा की जिस भ्र्ष्टाचार और विकास में मुद्दे पर भाजपा ने वोट मांगे थे परन्तु केंद्रीय मंत्रियो के करीबियों के भरष्टाचार पर प्रधान मंत्री की चुप्पी जनता ने भाप ली है। सीमा पर पाकिस्तान के हमलो में इन 100 दिनों में इजाफा हुआ लेकिन सरकार की ओर से कोई ठोस कदम देखने को नहीं मिला, काला धन जिस पर हाय-तोबा मचा कर भाजपा ने वाही लूटी गयी थी न वो धन आया न ही उसके बारे में भाजपा के लोग बात ही करते है l महंगाई पर संज्ञान लेते हुआ सुन्द्रियाल ने कहा की आज महंगाई ने सारे रिकॉड तोड़ डाले ।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया की विकास की माला जपते जपते भाजपा ने अपना साम्प्रदायिक रंग दिखा ही दिया और सम्पर्दाियकता के आगे सारे मुद्दे गौण नजर आये, जनता में रोष की स्थिति है अब तो भाजपा के कार्यकर्त्ता भी स्वयं अच्छे दिन के नाम से भागने लगे है l सुन्द्रियाल ने कहा की देश के सच्चे दिन कांग्रेस कार्यकाल में रहे है अब तो नाममात्र के अच्छे दिन का भुलावा दिखाया जा रहा है ये बात जनता ने 100 दिनों में ही महसूस कर ली है पहले उत्तराखंड अब उत्तरप्रदेश राजिस्थान व् मोदी जी के अपने घर गुजरात में भाजपा की हार इस बात की सूचक है की मोदी का मिथ टूट चूका है जनता समझ चुकी है की यहाँ विकास की नही केवल साम्प्रदायिकता की बात होने वाली है और कोई भी सभ्य समाज ये कतई नहीं चाहेगा ।