धर्मशाला में विधानसभा परिसर में मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने काँगड़ा जिले के विभाजन को दरकिनारे करते हुए सपष्ट किया की वह जिलों के विभाजन के पक्ष में नहीं हैं। उनका मानना है कि अभी प्रदेश में नए जिलों की फिलहाल जरूरत नहीं है और ऐसे फेसले राजनीति से प्रेरित होकर नहीं बल्कि जरूरत के हिसाब से होने चाहिएl मुख्यमंत्री ने कहा की अगर ज़रूरत हुए तो कमीशन गठित कर उचित कदम उठाये जायेंगेl उल्लेखनिया है की विधान सभा चुनाव से पहले काँगड़ा जिले के विभाजन का मुद्दा बहुत चर्चा में रहा था जिसने भाजपा को लगभग दो भागों में विभाजित ही कर दिया थाl बहरहाल कांग्रेस विभाजन के विरोध में थी और काँगड़ा के कई कांग्रेस नेताओं ने तो इसे वोट की राजनीति कह कर भाजपा पर आरोप लगाया था की यह चुनाव से पहले लोगों को विभाजित करने का प्रयास हैl
वीरभद्र सिंह ने पिछली सरकार के तथाकथित घोटालों की जांच करवाने की भी बात कही और अगर जांच के दौरान गड़बड़ी पाई गयी तो उचित कदम उठाने के लिए भी कहाl वीरभद्र सिंह ने कांग्रेस के चुनावी वादों जो की पार्टी के घोषणा पत्र में लिखित थे, को पूरा करने के लिए वाचंबधता दिखाईl
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री ने महत्त्वाकांक्षी प्रभावशाली योजनाएं बनाने की बात कहीl उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं और इनके उचित दहन के लिए सरकार द्वारा उचित और लाभदायक कदम उठायेगीl
पिछले पांच माह से प्रदेश में हवाई उड़ानें बाधित होने का मामला गंभीरता से लेते हुए कहा की इस मुदे पर उन्होंने हाल ही में दिल्ली में केंद्रीय उड्डयन मंत्री से चर्चा कर इन बाधित उड़ानों को बहाल करने की मांग की है। इसके अलावा यूपीए सुप्रीमो सोनिया गांधी को पत्र लिखकर भी प्रदेश में पुनः हवाई उड़ानें शुरू करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि हवाई उड़ानों के बाधित होने से प्रदेश का पर्यटन प्रभावित हुआ है और इस तरह के अवरोधों के स्थायी समाधान कि बात कहीl इसके अलावा सड़क मार्गों तथा रेल के विस्तार को भी प्रमुखता से लेने कि बात कहीl