हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक के चुनाव में जिला शिमला से राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री हर्ष महाजन को निर्विरोध चुन लिया गया। शुक्रवार को नामांकन वापिस लेने की आखिरी तिथि थी। चुनाव मैदान में अंत तक डटे उम्मीदवारों ने अपने नाम वापिस ले लिए । सहकारी बैंक के चुनाव में यह पहली मर्तबा है जब निदेशक मंडल में किसी को निर्विरोध चुना गया है। हर्ष महाजन ने इस चुनाव में एक नया इतिहास कायम किया है। इस बात की जानकारी हिमाचल कांग्रेस के प्रवक्ता नरेश चौहान ने दी।

राज्य सहकारी बैंक के चुनाव 23 अप्रैल को प्रस्तावित है। इसमें किन्नौर, शिमला, मंडी, बिलासपुर और सिरमौर से निदेशक चुन कर आते हैं। जिसमें संबंधित जिले के डेलीगेट चुनाव में हिस्सा लेकर निदेशक का चुनाव
करते हैं। जिला शिमला से सात अप्रैल को हर्ष महाजन समेत पूर्व जिला भाजपा अध्यक्ष शेर सिंह, भाजपा नेता संजय शर्मा के अलावा बैंक के पूर्व चेयरमैन शिवलाल ठाकुर, दीवान चंद शर्मा और अमीचंद ने नामांकन भरा।

जिला शिमला के आठ विधानसभा क्षेत्रों में 182 डेलीगेट ने निदेशक का चुनाव करना था लेकिन इसमें से कई नामांकन औपचारिकताएं पूरी न होने के कारण रद्द हो गए। जो उम्मीदवार शेष रहे उन्होंने शुक्रवार को अपने
नामाकन पत्र वापिस लिए पूर्व कैबिनेट मंत्री और राज्य सहकारी बैंक के चेयरमैन हर्ष महाजन निर्विरोध चुन लिए गए।

कांग्रेस के उपाध्यक्ष हर्ष महाजन ने निदेशक चुने जाने के बाद उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के आर्शीवाद के कारण यह संभव हो पाया है। सभी डेलीगेट और उम्मीदवारों का वह तह दिल से धन्यवाद करते
हैं। जो विश्वास उन्होंने मुझ पर जताया है उनकी उम्मीद पर वह खरा उतरने का प्रयास करेंगे। हिमाचल में राज्य सहकारी बैंक को एक नई ऊंचाई तक ले जाऐंगे।

हर्ष महाजन के निदेशक चुनने पर कांग्रेस कमेटी ने खुशी जाहिर की। महिला कांग्रेस की अध्यक्ष मनभरी देवी, यूथ कांग्रेस अध्यक्ष मोनिका भारती, इंटक अध्यक्ष हरदीप बावा, सेवा दल अध्यक्ष इंद्र दत लखनपाल, एनएसयूआई, युवा कांग्रेस एवंम एनएसयूआई के संयोजक धर्मपाल ठाकुर, एनएसयूआई अध्यक्ष यदुपति ठाकुर और शिमला शहरी अध्यक्ष आकाश सैणी सहित नगर निगम के कांग्रेस पार्षद प्रवीण कुमार, अर्चना धवन, आलोक पठानिया, शशि शेखर चिन्नू, इंद्रजीत सिंह, सुरेंद्र चौहान, सुशांत कपरेट, दिनेश रोहाल, संजय परमार, सहित अतुल शर्मा सहित कई कांग्रेस नेताओं ने बधाई दी।