मंदी सदर के विधायक अनिल शर्मा निर्माणाधीन मंडी बस अड्डे में हुए अनिमिताओं के चलते इसमें विजिलेंस की जांच करवाना चाहते है। इसीलिए अनिल शर्मा ने मंडी बस अड्डे के निर्माण और प्रोजेक्ट से जुड़ा सारा रिकार्ड एचआरटीसी और हिमुडा के अधिकारियों को तलब कर उन्हें बस अड्डे के निर्माण से जुड़ा पूरा रिकार्ड देने के आदेश दिए हैं। अनिल शर्मा ने अधिकारियों से लिखित में जानकारी मांगी है कि किसके कहने पर बस अड्डे के प्रारूप में बार-बार बदलाव किए गए। इसके साथ ही मंडी बस अड्डे को सात मंजिला बनाने और इसकी ऊपरी मंजिलों को कामर्शियल बनाने की पूर्व परिवहन मंत्री की घोषणाओं की भी सच्चाई अनिल शर्मा ने अधिकारियों को बताने के आदेश दिए हैं। बस अड्डे के निर्माण पर कितना पैसा खर्च हुआ है और इसकी फंडिंग कहां से की गई है। इसकी भी पूरी रिपोर्ट विधायक ने मांगी है।
विधायक अनिल शर्मा रिकार्ड देखने के बाद मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से बस अड्डे के निर्माण की विजिलेंस जांच करवाने की सिफारिश करेंगे।
मंडी बस अड्डे का निर्माण पहले से ही विवादों में रहा है और इसके पहले फेस के निर्माण पर 14 करोड़ रुपए का खर्च आ चूका हैं। बस अड्डे के निर्माण को जरूरी औपचारिकताओं और एनएच से बिना परमिशन को लेकर भी हल्ला हुआ है और 14 सितंबर 2012 को इस अंतरराज्जीय बस अड्डे के जब पहले फेस का उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने किया था कांग्रेस ने पूर्व की भाजपा सरकार पर इसे राजनीति से प्रेरित और चुनाव के नजदीक होने पर अधूरे बस अड्डे का उद्घाटन का आरोप लगाया थाl