ठियोग: ठियोग विधान सभा क्षेत्र के रा.व.मा.पा.सरोग में वार्षिक समारोह की अध्यक्ष्ता करते हुए सिंचाई एवं बागवानी मंत्री विधा स्टोक्स ने कहा कि वर्तमान सरकार बजट का 18 प्रतिशत शिक्षा के लिए खर्च कर रही है ताकि शिक्षा में प्रत्येक स्तर पर गुणवत्ता स्थापित की जा सके ।
उन्होंने कहा कि सरकार ने स्कूलों में मुफत मिड-डे मिल, मुफत वर्दी व बसों में बच्चों मुफत सफर की सुविधा प्रदान की है जिसका लाभ प्रत्येक विधार्थी को उठाना चाहिए । उन्होंने बताया कि इस वर्ष राजीव गांधी डिजिटल छात्र योजना के अन्र्तगत 10वीं व 12वीं कक्षा के 5 हजार मेधावी विधार्थियों को नि:शुल्क नैटबुक बांटी जाएगी।
सिंचाई एंव जन स्वाथ्य मंत्री ने कहा कि ठियोग क्षेत्र का सर्वांगीण विकास उनका लक्ष्य रहा है तथा इसे योजनाबद्ध ढंग से पूरा किया जाएगा । मुख्य मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि 9 महीने के अल्प समय में ठियोग क्षेत्र में 120 करोड़ रू. की योजनाओं की आधारशीला ठियोग बाजार में रखी गर्इ । 5 सीनियर सकैण्डरी स्कूल खोले गए जो कि सरकार की बहुत बड़ी उपलबिध है । उन्होंने कहा कि जल्दी ही 200 बिस्तरों वाला अस्पताल बस अडडा व पार्किंग काम्पलैक्स बनकर तैयार होने वाला है इसके साथ-साथ ठियोग बार्इ पास के मुददे को हल कर लिया गया तथा बार्इपास का निर्माण किया जा रहा है । इन सभी कार्यो के लिए बजट का प्रावधान किया गया । उन्होंने सरोग स्कूल के मैदान के निर्माण के लिए 2 लाख रू0 की राशि देने की घोषणा की ।
इस अवसर पर स्कूल के प्रधानाचार्या रणधीर चौहान ने स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की तथा मुख्यातिथि का स्वागत किया । स्कूली बच्चों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने के लिए अपनी ऐचिछक निधि से 30 हजार रू. प्रदान किए। सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य मंत्री ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ठियेाग के वार्षिक पारितोषक वितरण समारोह के दौरान ‘ज्ञानांजलि पत्रिका का विमोचन किया । उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए 40 हजार की राशि दी । मुख्याध्यापक नरेन्द्र सिंह वर्मा ने स्कूल का वार्षिक प्रतिवेदन रिपोर्ट पढी । स्कूल प्रबन्धन कमेटी अध्यक्ष शीला वर्मा ने मुख्य अतिथि धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया ।
इस मौके पर नगर परिषद ठियोग के उपाध्यक्ष विवेक थापर, बी.डी.सी उपाध्यक्ष दिनेश चंद, उप-मण्डलाधिकारी एम.आर भारद्वाज तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी व अन्य गणमान्य व्यकित भी उपसिथत थे ।