भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी की कथित चार्जसीट झूठ का पुलिन्दा एवं भाजपा नेताओं को बदनाम करने की साजिश थी जिसे कांग्रेस पार्टी का भी समर्थन प्राप्त नहीं था। प्रदेश पार्टी प्रवक्ता गणेश दत्त ने आरोप लगाया कि वह चार्जसीट सिर्फ कुछ लोगों की खुन्नस निकालने का माध्यम थी। पार्टी उस कथित चार्जसीट को राज्यपाल को देने के बजाय दिल्ली में किसी नेता को देकर आयी जिसका बाद में राष्ट्रपति को दिये जाने का दुष्प्रचार किया गया।

गणेश दत्त ने कहा कि आजकल मुख्यमंत्री सहित कांग्रेस के नेता यह कहते फिर रहे हैं कि कांग्रेस की चार्जसीट के आधार पर जाच की जा रही है। दत्त ने कहा कि कांग्रेस की कथित चार्जसीट कोई ब्रहमा जी का लेख नहीं है जिसे आधार बनाकर भाजपा के स्थापित नेताओं पर झूठे केस बनाकर कीचड़ उछालने का काम किया जा रहा है। पार्टी ने कहा कि वास्तव में वह कथित चार्जसीट झूठ का पुलिन्दा थी जिसे कांग्रेस पार्टी प्रदेश की राज्यपाल महोदय को नहीं सौंप सकी थी तथा वह कथित चार्जसीट 3 बार बदली गयी तथा 3 बार लीक हुई तथा उस चार्जसीट पर कांग्रेस पार्टी की सहमति नहीं बनी थी तथा उसे शिमला के बजाये दिल्ली जाकर दिया गया लेकिन अब बार-2 यह कहा जा रहा है कि भाजपा शासन के दौरान हुई अनियमितताओं की जाच चार्जसीट के आधार पर चल रही है। भाजपा ने शुरू से ही कहा है कि कांग्रेस पार्टी की चार्जसीट झूठ का पुलिन्दा एवं रददी का पैकेट था जिसमें न तथ्य थे और न ही आधार था वह केवल कीचड़ उछालने का एक माध्यम बनाया गया था जो अब धीरे-2 एक्सपोज हो रहा है।

पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस शासन में हिमाचल आन सेल का नारा दिया गया था तथा 1 लाख बीघा सरकारी जमीन निजी विश्वविधालयों को देने की बात बार-२ की जाती रही लेकिन विधान सभा में वर्तमान सरकार ने कहा कि निजी विश्वपिधालयों को कोई जमीन नहीं दी इस प्रकार उस समय कांग्रेस द्वारा शुरू की गयी मुहिम पूरी तरह झूठी थी। पार्टी ने वर्तमान सरकार से पूछा है कि वह उस समय सच थी या अब झूठी है, जो पार्टी नेताओं को बदनाम करने के लिये उठाये गये थे वह धीरे-धीरे झाग की तरह बैठ रहे हैं तथा प्रदेश सरकार के भ्रष्टाचार, नकली डीओ पर पैसे लेकर ट्रान्सफर करना , पीडीएस सिस्टम का पूरी तरह फलाप होना, स्कूली बच्चों को साल में दो बार दी जा रही बर्दी बन्द करना इस सरकार की बड़ी उपलबिध रही है। जिसमें प्रदेश के 60 लाख गरीब स्कूली बच्चे लाभानिवत हो रहे थे।

पार्टी ने सरकार से कहा है कि वर्तमान वीरभद्र सरकार अपनी सरकार की एक भी उपलबिध बता दे तो सरकार प्रशंशा की पात्र हो सकती है लेकिन वह शून्य है।