उपभोक्ताओं को आवश्यक वस्तुएं उचित मूल्य पर जिसमें लेवी चीनी, चावल, आटा, गंदम, खाध तेल, दालें व मिटटी तेल इत्यादि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंर्तगत उपलब्ध करवायी जा रही है । इसके अतिरिक्त खाध सुरक्षा अधिनियम के तहत भी विभिन्न योजनाओं के अंर्तगत चयनित परिवारों को अनुमानित दरों पर खाधान्न उपलब्ध करवाने की प्रकि्रया चल रही हैं। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत यह उपलबधता तभी सुनिशिचत होगी जब राशनकार्ड बनेगा ।
जिला शिमला में कुल 1 लाख 93 हजार 487 राशनकार्डो का निर्माण कर राशनकार्ड बनाने की प्रकि्रया को लगभग पूरा कर लिया गया है । 513 उचित मूल्यों की दुकानों से उपभोक्ताओं को खाध वस्तुएं व तेल उपलबध करवाया जा रहा है । इसके अतिरिक्त जमाखोरी व मुनाफाखोरी को रोकना एवं शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की सुविधा के लिए उचित मूल्यों की दुकानों को खोलकर सुविधायें उपलब्ध करवार्इ जहा रही है ।
जिला में ए.पी.एल. परिवारों के लिए 1 लाख 38 हजार बी.पी.एल परिवारों के लिए 32 हजार 470 अन्त्योदय परिवारों के 22 हजार 415 तथा 78 अन्नपूर्णा परिवारों के सदसयों के लिए राशनकार्ड उपलब्ध करवायें जा चुके हैं । जिला के विकासखंड रामपुर में 20211, ननखडी में 6459, ठियोग में 20205, मशोबरा खंड के भटठा कुफर, में 25267 पंचायत भवन के तहत 30936, चौपाल खंड के चौपाल में 5618 नेरवा में 9563, कुपवी में 3297, राशनकार्ड बना दिए गए हैं। जुब्बल -कोटखार्इ के तहत जुब्बल में 9308 जबकि कोटखार्इ में 12936, रोहडू में 10889, टिक्कर में 4678, चिड़गांव में 8465 राशन कार्ड बनाए गए है । विकास खण्ड बसन्तपुर के सुन्नी में 9126,ततपानी क्षेत्र में 1496 कुमारसैन में 13570, डोडरा क्वार में 1463 राशन कार्ड बनवाएं गए ।