शिमला: इलैक्ट्रानिक सार्वजनिक वितरण प्रणाली को सफल बनाने तथा इस सम्बन्ध में जागरूकता लाने के उददेश्य से आज बचत भवन में खाध आपूर्ति निगम तथा निदेशालय खाध आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के जिला खाध आपूर्ति अधिकारियों व निरीक्षको के लिए बचत भवन में कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए प्रधान सचिव खाध एवं आपूर्ति के संजय मूर्ति ने कहा कि राष्ट्रीय खाध सुरक्षा अधिनियम के अंर्तगत सार्वजनिक वितरण प्रणाली को लाया गया है जिसके अंर्तगत अब विभाग को सभी उपभोक्ताओं को खाध पदार्थो की आपूर्ति को समय पर उपलबध करवाना सुनिशिचत करना होगा । इस प्रणाली को सफल बनाने के लिए राशनकार्डो का कम्प्यूटरीकरण करना आवश्यक है ।
आधार नम्बर सहित कम्प्यूट्रीकृत राशनकार्ड होने से उचित मूल्यों की दुकानों पर आवश्यक वस्तुओं के वितरण को आन लार्इन किया जा सकेगा । इस प्रणाली से उपभोक्ताओं को आने वाली अधिकांश समस्याओं से मुकित मिलेगी तथा सभी नागरिकों को राशन उपलब्ध करवाने में सुविधा प्राप्त होगी इसलिए र्इ.पी.डी.एस. (सार्वजनिक वितरण प्रणाली) को बेहतर व सफल बनाने के लिए सभी राशनकार्डों को कम्पयूट्रीकृत किया जाना है ।
उन्होंने विभिन्न जिलो से आये अधिकारियों को कहा कि वे जिला की सभी ग्राम पंचायतों से चयनित परिवारों के राशनकार्ड बनाने के लिए आवश्यक जानकारी ग्राम पंचायत से शीघ्र उपलब्ध करवाने के लिए प्रयास करें ताकि उनके राशनकार्ड का कम्प्यूटरीकरण शीघ्र किया जा सके । उन्होंने सभी जिलो में अधिक से अधिक सुरक्षित अनाज भंडारण के लिए बडे स्टोरेज बनाने की प्रकि्रया को शीघ्र पूरा करवाने के लिए प्राथमिकता देने पर बल दिया ।
निदेशक प्रियतु मंडल ने कहा कि प्रदेश के सभी उपभोक्ताओं को इस माह की 20 तारीख तक इस सम्बन्ध में निर्धारित फार्म भरकर सम्बनिधत डिपों में प्रस्तुत करना जरूरी हैं
उन्होंने उपभोक्ताओं से अपील की कि वे अपने डिपोधारकों व पंचायत सचिवों से सम्बनिधत फार्म लेकर 20 जनवरी तक भरकर दें ताकि इस प्रणाली को जल्द लागू कर प्रत्येक उपभोक्ता को लाभानिवत किया जा सके। उन्होंने कहा कि उपभोक्ता अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहने की आवश्यकता है ।
राशनकार्डो के कम्प्यूटरीकृत करने के लिए दोहरे राशनकार्ड बनने से मुकित मिलेगी । उन्होंने बताया कि कम्पयूटरीकृत राशनकार्ड को आधार के साथ जोडने से उपभोक्ताओं को राशनकार्ड में कोर्इ भी बदलाव करना आसान हो जायेगा । इसके अतिरिक्त राशन की हेरा-फेरी करने वाले लोगों पर भी नकेल कसी जा सकेगी ।
कम्प्यूटरीकृत प्रणाली के तहत उपभोक्ताओं को अपने राशन के प्रति समस्त जानकारी मिल पायेगी । उपभोक्ता के कोटे में से कितना राशन बाकी बचा है उसका भी हिसाब-किताब रहेगा। कार्यशाला में खाध आपूर्ति निगम के उपमंडलीय प्रबन्धक, जिले के खाध आपूर्ति एवं उपभोक्ता अधिकारी, निरीक्षक व कर्मचारी उपसिथत थे।