प्राकृतिक आपदाओं पर रोक लगाना कठिन है लेकिन इससे होने वाले नुकसान को काफी हद तक कम किया जा सकता है जिसके लिए वैज्ञानिक तौर पर सुरक्षा के कारगर उपायों को अमल में लाया जाना चाहिए । यह बात विधानसभा अध्यक्ष वृज बिहारी लाल बुटेल ने जिला आपदा प्रबन्धन अधिकरण द्वारा विधान सभा मे आपदा की स्थिति में किए जाने वाली सुरक्षा के कारगर उपायों बारे आयोजित कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुये दी ।
उन्होंने बताया कि लोगों को प्राकृतिक तथा मानव जनित आपदाओं से निपटने के लिए हिमाचल प्रदेश के प्रत्येक जिले में तथा खंड स्तर पर आपदा प्रबन्धन कमेटियों का गठन किया गया है । उन्होंने बताया कि प्रदेश में तथा जिला प्रशासन द्वारा समय समय पर सेना, अगिन शमन विभाग, गृह रक्षकोें द्वारा मार्क-डिल का आयोजन कर स्कूलों, कालेजों, कार्यालयों तथा सार्वजनिक स्थलों में लोगों को जागरूक किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि किसी भी दुर्घटना के घटित होने की सिथति में यदि संसाधनों की कमी भी हो तो यदि हम अपने विवके का सही इस्तेमाल करे तो काफी हद तक जान एवं माल के नुकसान को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
इस अवसर पर अतिरिक्त दंडाधिकारी शिमला नीरज कुमार ने आपदा प्रबन्धन से सम्बनिधत अपनी प्रस्तुति में बताया कि हिमाचल प्रदेश में विभिन्न प्रकार की आपदाओं से निपटने के लिए जिले तथा खंड के सभी शिक्षण संस्थाओं, कार्यस्थलों में आपदा प्रबन्धन कमेटियों का गठन पर बल दिया जा रहा है । उन्होंने कहा कि भविष्य में घटित होने वाली प्रत्येक आपदा के लिए आम नागरिक का जागरूक होना आवश्यक है ताकि सुरक्षा दलों के आगमन से पूर्व पीडितोेंं को प्राथमिक उपचार देने में बिलम्ब न हो ।
गृह रक्षक द्धितीय वाहिनी के कमांडैट बी.एस.चौहान ने इस अवसर पर गृह रक्षकों की सेवाओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की । मंडलाध्यक्ष अगिनशमन अधिकारी जे.एस.शर्मा ने विभिन्न प्रकार की मानवजनित आपदाओं के रोकथाम बारे किये जाने वारे महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की । इस अवसर पर अगिन शमन तथा गृह रक्षक जवानों द्वारा मार्कडिल का भी प्रदर्शन किया । कार्यशाला में विधायक वैजनाथ किशोरी लाल, सचिव विधानसभा एस.एस.वर्मा के अतिरिक्त विधानसभा के अधिकारियों तथा कर्मचारियों ने भाग लिया ।