शिमला: शिमला के चक्कर सिथत नए जिला न्यायिक परिसर में आज उच्च न्यायलय के कार्यवाहक मुख्य न्यायधीश न्याय मूर्ति मनसूर अहमद मीर ने 3 करोड़ 86 लाख से बनने वाले वैकलिपक विवाद निवारण केन्द्र का शिलान्यास किया ।
इस अवसर पर न्याय मूर्ति मनसूर अहमद मीर ने कहा कि समय की आवश्यकता है कि विवादों के निवारण के लिए ऐसी व्यवस्था कायम की जाए जिससे समाज में शानित और भाईचारे को बढ़ावा मिले और यह तभी सम्भव है जब विवादों को मिल बैठकर सुलझाया जाए ।
उन्होंने कहा कि वैकलिपक विवाद निवारण केन्द्र लोगों के लिए शानित का मनिदर साबित होगा । उन्होंने कहा कि यह सच है कि आम जनता विवादों को निबटाने की लम्बी प्रकि्रया से तंग जा चुकी है जिससे लोगों में कड़वाहट और वैमन्सय बढ़ा है ।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आपसी सहमति से निबटाए गए विवाद लोगों के लिए सस्ते साबित होगें तथा तरह तरह के विवादो को सुलझाने में सक्षम होगें। इस केन्द्र में न्यायिक आवश्यकताओं के अनुरूप राष्ट्रीय स्तर तक की सुविधाएं उपलब्ध होगी ।
उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में न्यायिक अधिकारी तथा बकीलों को भी प्रशिक्षित किया जा रहा है ताकि विवादों को आपसी सहमति से सुलझाया जा सके। न्याय मूर्ति डी.डी. सूद ने कहा कि इस वैकलिपक विवाद निवारण केन्द्र के खुलने से विवादों से जुड़े सभी पक्षों को लाभ होगा और काफी समय से चली आ रही मांग पूरी हो सकेगी। जिला एवं सत्र न्यायधीश पी.एस. राणा ने अपने स्वागत सम्बोधन में वैकलिपक विवाद निवारण केन्द्र में उपलब्ध करवार्इ जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। मुख्य न्यायिक मजिस्टे्रट ज्योत्सना डढवाल ने धन्यवाद प्रस्तुत किया। जिला बार ऐसोसिएशन के महा सचिव जी.एन.वर्मा ने नए न्यायिक परिसर की समस्याओं से कार्यवाहक मुख्य न्यायधीश को अवगत करवाया ।
इस अवसर पर न्याय मूर्ति संजय करोल, न्याय मूर्ति कुलदीप सिंह, न्याय मूर्ति राजीव शर्मा, न्याय मूर्ति वी.के. शर्मा, न्याय मूर्ति धर्मचन्द्र चौधरी, महाधिवक्ता श्रवण डोगरा, रजिस्टार जनरल उच्च न्यायलय ए.सी. डोगरा, सदस्य सचिव विधिक सेवा प्राधिकरण विरेन्द्र सिंह भी उपसिथत थे ।